तुम रात-दिन इसके पीछे पड़े रहते थे...अब इसने हां कर दी है तो भुगतो! |
उपहार
सास ने अपने तीनों दामादों की परीक्षा लेने की सोची। वह बड़े दामाद के साथ नदी के पास पहुंची और उसमें कूद गयी। दामाद ने उसे बचा लिया। सास ने उसे एक शानदार कार उपहार में दे दी।
अगले दिन वह मंझले दामाद के साथ नदी पर पहुंची और उसमें कूद गयी। मंझले दामाद ने उसे बचा लिया। सास ने इनाम में उसे एक बढ़िया मोटरसाइकल दे दी।
तीसरे दिन सास सबसे छोटे दामाद के साथ नदी पर पहुंचकर उसमें कूद गयी। छोटे दामाद ने सोचा कि अब तो साइकल बची है। जाने दो। जैसे हे वह मुड़़कर वापस जाने लगा तो देखा मुस्कराते हुए ससुर जी खड़े हुए हैं।
ससुर ने कहा- बेटे, मैं तुमसे बहुत खुश हूं। मेरी तरफ़ से तुम्हारे लिए हेलीकॉप्टर...!
सास ने अपने तीनों दामादों की परीक्षा लेने की सोची। वह बड़े दामाद के साथ नदी के पास पहुंची और उसमें कूद गयी। दामाद ने उसे बचा लिया। सास ने उसे एक शानदार कार उपहार में दे दी।
अगले दिन वह मंझले दामाद के साथ नदी पर पहुंची और उसमें कूद गयी। मंझले दामाद ने उसे बचा लिया। सास ने इनाम में उसे एक बढ़िया मोटरसाइकल दे दी।
तीसरे दिन सास सबसे छोटे दामाद के साथ नदी पर पहुंचकर उसमें कूद गयी। छोटे दामाद ने सोचा कि अब तो साइकल बची है। जाने दो। जैसे हे वह मुड़़कर वापस जाने लगा तो देखा मुस्कराते हुए ससुर जी खड़े हुए हैं।
ससुर ने कहा- बेटे, मैं तुमसे बहुत खुश हूं। मेरी तरफ़ से तुम्हारे लिए हेलीकॉप्टर...!