टूनजोकआपका स्वागत करता है। कृपया फ़ूलों की माला, तिलक-टीके का इंतज़ार न करें क्यों कि यहां आपका स्वागत धांसू चुटकुलों-लतीफ़ों,मज़ेदार सटीक कार्टूनोंऔर अन्य रोचक सामग्रीसे ही होगा। इससे आपके मुख परमुस्कानबनी रहेगी, यही हम चाहते भी हैं। आपको स्थायी आमंत्रण, जब आपका मन चाहे आ जाइए और पाइए मुफ़्त मुस्कान!
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एक दिन कल्लू का एक पुराना दोस्त मिल गया।
"कैसे हो यार!"
"मेरी बदकिस्मती पीछा नहीं छोड़ती..."
"क्या हो गया भाई?"
"मैंने दो शादियां की, एक छोड़कर भाग गयी और दूसरी कहीं जाने का नाम नहीं लेती।"
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