
Cartoon © T.C. Chander
किस्मत
एक दिन कल्लू का एक पुराना दोस्त मिल गया।"कैसे हो यार!"
"मेरी बदकिस्मती पीछा नहीं छोड़ती..."
"क्या हो गया भाई?"
"मैंने दो शादियां की, एक छोड़कर भाग गयी और दूसरी कहीं जाने का नाम नहीं लेती।"


एक दिन कल्लू का एक पुराना दोस्त मिल गया।
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